MansoonAbhineet Kr. TiwaryJul 24, 20181 min read चेहरे की हँसी भी वही, आँखों की नमी भी वही, ये रंग भी वही, जीने का ढंग भी वही, फिर भी कुछ तो बदला बदला सा है; बदल गई है नज़र मेरी, या छाया मुझ में इन वादियों का नशा है....
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